रविवार, 24 मई 2009

आदरणीय सुदर्शन जी से माफ़ी चाहते हुअ मे निवेदन करता हूँ कि मेरा उद्देश्य मात्र सुरेन्द्र मोहन पाठक के पाठको को उनके उपन्यास व उनके बारे में जानकारी जो बाजार से ,नेट से ,अख़बार से कही से भी संकलित कर इस प्लेटफोर्म पर देना है । सुदर्शन जी के ब्लॉग से जानकारी मेने ली उसका मेने अनुसरण में भी रेफेरेन्स दे दिया है । कृपया इसे अन्यथा ना लेवे । पाठको के लिए एक और खुसखबरी है ,सुरेन्द्र जी का नया उपन्यास इस माह के अंत तक बाज़ार में आने की पूरी सम्भावना है.ये सुरेन्द्र जी का प्रोमिस है। शेष फिर

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